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जीवन के अनुभवों से सीख(Lesson from experiences of life)

जीवन के अनुभवों से सीख(Lesson from experiences of life)



दोस्तो जीवन मे कई उतार - चढ़ाव आते हैं।जन्म से लेकर मृत्यु तक आदमी हर पल कुछ न कुछ सीखता हैं।जीवन मे कुछ अच्छे अनुभव भी होते हैं कुछ खट्टे अनुभव भी होते है।दोस्तो मानव को पारिवारिक अनुभव भी होता हैं।कार्य क्षेत्र का भी अभाव होता हैं अब वह चाहे व्यापार हो या नौकरी और समय के साथ अनुभव बढ़ता जाता हैं।   

                                                                               दोस्तो अनुभव से सीख के आधार पर मैं मनुष्य को तीन प्रकार का मानता हूँ-(1)दुसरो को  देखकर सीखने वाले (2) खुद के जीवन के अनुभव से सीखने वाले(3) ऐसे लोग जो अपने जीवन के अनुभवों से कभी भी सीख नही ले पाते हैं।                                                 

दोस्तो पहले प्रकार के लोग वे है जो दुसरो को देखकर सीखने वाले बहुत ही तीव्र बुद्धि के होते हैं।दूसरो के जीवन को देखकर अनुभव कर के सीखते हैं।ऐसे लोग जीवन मे कम ठोकर खाते हैं।                                    

 दोस्तो दूसरे प्रकार के लोग वे हैं जो जीवन के स्वयं के अनुभवों से सीखते हैं।ऐसे लोग जीवन मे कई उतार- चढाव देखते हैं।ऐसे व्यक्ति दुसरो को अच्छी शिक्षा दे सकते हैं।ये अपने अनुभवों को अच्छे तरीके से व्यक्त कर सकते हैं।                                                       

दोस्तो तीसरे तरह के मनुष्य वे होते हैं जो जीवन मे कई बार ठोकर खाते हैं, कई बार असफल होते हैं।लेकिन अपने जीवन के अनुभवों से सीख नही ले पाते हैं।जीवन भर गलतियां करते हैं और जीवन भर ठोकर खाते हैं।   

 निष्कर्ष यही हैं कि हमे पहले प्रकार और दूसरे प्रकार का मनुष्य होना चाहिए या बनना चाहिए ताकि हम दूसरों को देखकर उनके जीवन मे घटित घटनाओं से सीख सके और अपने जीवन के अच्छे और बुरे अनुभवों से भी सीख ले सके-////--कामनाशीष सरकार

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